आर्य समाज और आर्य वीर दल बस्ती ने मनाया मंगल दिवस*

बचपन से ही चंदा को मामा मानकर भोजन करने वाले बच्चों के लिए मंगल ग्रह पर जाने का उत्साह किसी बड़े सपने के पूरा होने जैसा था जब देश के अंतरिक्ष विज्ञान इतिहास में पांच नवंबर का दिन एक खास उपलब्धि के साथ जुड़ गया था। इस दिन को पर्व के रूप में मनाते हुए स्वामी दयानन्द विद्यालय के बच्चों ने ओम प्रकाश आर्य के ब्रह्मत्व में वैदिक यज्ञ कर *मंगल दिवस* मनाया। इस अवसर पर ओम प्रकाश आर्य प्रधान आर्य समाज नई बाजार बस्ती ने बताया कि छोटे प्रयासों से बड़े लक्ष्य सिद्ध होते हैं। भारत ने पांच नवंबर, 2013 को अपना पहला मंगलयान सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में रवाना किया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र से अपने पीएसएलवी के माध्यम से इसे प्रक्षेपित किया और अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत ने एक नया अध्याय लिख दिया।
इसके साथ ही भारत मंगल की कक्षा में पहुंचने वाला पहला एशियाई देश और पहले प्रयास में ही वहां पहुंचने वाला दुनिया का भी पहला देश बना। सबसे कम लागत में तैयार यह अंतरिक्ष यान 24 सितंबर 2014 को मंगल की कक्षा में पहुंचा। भारत से पहले अमेरिका, रूस और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने लाल ग्रह की कक्षा में प्रवेश करने की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। प्रधानाध्यापक आदित्यनारायण गिरी ने बताया कि आज के बच्चे ही कल के वैज्ञानिक होते हैं। इन पर ही देश की उन्नति का दायित्व होता है। उत्तम संस्कारयुक्त शिक्षा द्वारा इसे विकसित किया जा सकता है। इस कार्यक्रम में अरविन्द श्रीवास्तव, अनीशा मिश्रा, महक मिश्रा, पूजा गौतम, आकृति द्विवेदी, शिवांगी, नितीश कुमार, अनूप कुमार त्रिपाठी, दिनेश कुमार सहित अनेक लोग शामिल रहे।