इंदौर – शहर के लसूडिय़ा थाना क्षेत्र में 29 मई को एकयुवक की डॉक्टर की लापरवाही से मौत हो गई थी। इस पूरे मामले में पुलिस द्वारा जांच के बाद अस्पताल के तीन डॉक्टरों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। पूरे मामले में अब पुलिस जल्द ही तीनों डॉक्टरों की गिरफ्तारी की बात कह रही है। दरअसल, 29 मई को मृतक अमित पिता रिंकू जैन (17) अपनी बाइक से मांगलिया की ओर जा रहा था। तभीरास्ते में खड़े वाहन से टकराने के बाल मृतक अमित के पैर में चोट लग गई थी। इसके बाद उसे नजदीक के राज्यश्री नर्सिंग होम ले जाया गया था। यहां पर डॉक्टरों ने उसे बेहोशी करने के लिए एनेस्थीसिया इंजेक्शन लगाया था। इंजेक्शन लगने के बाद ही अमित की मौत हो गई थी। इस मामले को लेकर पिता रिंकू जैन द्वारा कलेक्टर ऑफिस में भी शिकायत दर्ज की गई थी। इस पूरे मामले में मृतक के पिता ने कलेक्टर से यह गुहार लगाई थी कि लापरवाही से उनके बच्चे की मौत हुई है। इसके बाद पुलिस द्वारा जांच करने पर यह पाया गया था कि इसमें असपताल की लापरवाही है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल को सील कर दिया गया था। पिता द्वारा इंदौर पुलिस के अधिकारियों से यह गुहार लगाई थी कि लापरवाहीह के लिए जो डॉक्टर दोषी हैं। उन पर भी गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज किया जाए। पुलिस द्वारा डॉ. देवेंद्र भार्गव, डॉ. कुश बंडी और डॉ. खुशबू चौहान के खिलाफ गैर इरातन हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया है। इस पूरे मामले को लेकर डीसीपी अभिषेक आनंद ने बताया कि परिजनों द्वारा आरोप लगाया गया था कि उनके पुत्र को ज्यादा एनीस्थिया देने के कारण उसकी असमायिक मौत हो गई है।