शिष्टता का अर्थ हमको,
सिखाया आप ने ।
क्षमा करना गलतियों को ,
बताया आप ने ।
ज्ञान का दीपक जला,
कर्म के पथरीले पथ पर।
मुस्कुरा कर हर कष्ट को ,
सहना सिखाया आप ने। शिष्टता,,,,,,
गुरूदेव वंदन है तुम्हे!
कोटि कोटि प्रणाम है।
धरती के पावन राज ,
कण को आप पर अभिमान है।
हे! जगत के श्रेष्ठ निर्माता
तुम्हे , शत शत नमन ।।
शिक्षक दिवस के पावन पर्व पर मेरे श्रेष्ठ गुरुजनों
को स्नेहिल स्मृतियों एवम् शब्दों की पुष्पांजलि के साथ कोटि कोटि नमन और वंदन ,,,,,,,,
मेरी लेखनी से …….
डॉ अनुमोदिता शुक्ला