– पहले बस से पहुंचे श्री भदेश्वरनाथ मंदिर, वहां से पहुंचे घघौरा-अयोध्या सीमा पर।*
👉*बस में सवार थे मण्डलायुक्त, आईजी, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक सहित 40 अधिकारी।*
👉*बस मे ही कांवड़ यात्रा में आने वाली समस्याओं एवं उसके निराकरण के सम्बन्ध में किया डिस्कस।*
बस्ती श्रावण मास के महाशिवरात्रि/गौरीपूजन के अवसर पर 15 जुलाई 2023 को जनपद के सदर तहसील में स्थित श्री भदेश्वरनाथ मंदिर के शिवलिंग पर लाखों कांवडियों द्वारा जलाभिषेक किया जायेगा। जिला प्रशासन द्वारा इसकी तैयारी प्रारम्भ कर दी गयी है। इसके लिये जनपद के प्रमुख कांवडिया संघ के पदाधिकारियों के साथ जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन करके उनकी आवश्यकताओं एवं समस्याओं के बारे में जानकारी ली गयी। इस बैठक में मंडलायुक्त अखिलेश सिंह एवं आईजी आरके भारद्वाज ने भी प्रतिभाग किया।
कांवडिया संघ के पदाधिकारियों से विचार विमर्श करने के पश्चात मण्डलायुक्त एवं आईजी ने राजस्व एवं पुलिस अधिकारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा किया। बैठक मे निर्णय लिया गया कि पूरे क्षेत्र को सेक्टर में बांटकर अधिकारियों/कर्मचारियों की तैनाती की जायेगी, जिसमें राजस्व, पुलिस, मेडिकल, ग्राम्य विकास, विद्युत, बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मचारी एवं सफाईकर्मी होंगे। 12 जुलाई 2023 की आधीरात से 15 जुलाई के दोपहर तक नेशनल हाईवे वाहनो के लिये पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया जायेगा, केवल एम्बुलेंस एवं शव वाहन के जाने की इजाजत होगी। पूरे कांवड़ मेले की ड्रोन से निगरानी की जायेगी।
बैठक में अधिकारियों ने श्री भदेश्वरनाथ मंदिर परिसर तथा अयोध्या जनपद की सीमा तक स्थलीय निरीक्षण करने का निर्णय लिया। इसके लिये एक बस मंगाई गयी जिसमें मण्डलायुक्त, आईजी, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, सीडीओ, सीएमओ तथा अन्य विभागों के लगभग 40 अधिकारी सवार हुये और उन्होंने पूरे क्षेत्र का निरीक्षण किया। अधिकारियों द्वारा कलेक्ट्रेट से शास्त्री चौक, चेतक तिराहा, भूअर निरंजन, डारीडीहा होते हुए श्री भदेश्वर नाथ मंदिर तक का बस में बैठकर अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। रास्ते में अवैध अतिक्रमण हटाने तथा जगह-जगह पर बिल्डिंग मटीरियल बालू, मोरंग, गिट्टी आदि हटवाने का निर्देश दिया। डारीडीहा से भदेश्वर नाथ मंदिर तक सड़क के दोनों ओर बिजली के तार सही कराने का निर्देश दिया। श्री भदेश्वर नाथ मंदिर पहुंचकर उन्होंने कांवरियों के मंदिर में प्रवेश एवं निकास के रास्ते का निरीक्षण किया। एक-दो स्थानों पर उन्होंने बैरिकेडिंग कराने का भी निर्देश दिया। अधिकारियों ने जल चढ़ाकर मंदिर से निकास के लिए नवनिर्मित रास्ते पर चल कर देखा तथा यहां पर गड्ढों में स्थान-स्थान पर राबिश डलवाने का निर्देश दिया।
मंदिर में निरीक्षण करने के पश्चात अधिकारियों ने अमहट घाट का निरीक्षण किया। यहां पर बने दोनो पार्क मे साफ-सफाई कराने के लिये नगर पालिका को निर्देशित किया गया तांकि यहां पर कांवड़िये विश्राम कर सकें। वे बस द्वारा अधिकारियों के साथ जनपद से 50 किमी दूर स्थित अयोध्या बॉर्डर पर पहुंचे। रास्ते में उन्होंने जगह-जगह गड्ढों को भरवाने का निर्देश दिया है। रास्ते में फुटहिया, गोटवा, कप्तानगंज, महराजगंज, हर्रैया, छावनी बाजार तथा घघौवा तक अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया गया। उप जिलाधिकारी हर्रैया ने कांवड़ियों के पड़ाव स्थल के लिये निर्धारित विद्यालय/कालेज की जानकारी दिया। उन्होंने बताया कि रास्ते में राम जानकी मंदिर, रामरेखा मंदिर, दुर्गा मंदिर, पाण्डेय घाट आदि स्थलों पर भी कांवड़िये रुकते हैं। यहां पर समाज सेवी संगठनों द्वारा उनका स्वागत एवं आदर सत्कार किया जाता है। मुख्य पड़ाव स्थलों पर मेडिकल कैम्प लगाया जाता है। पानी के टैंकर द्वारा कांवड़ियों को पेयजल आपूर्ति की जाती है। तहसील हर्रैया क्षेत्र में कुल 36 पड़ाव स्थल बनाये जाते हैं।
उल्लेखनीय है कि विगत कई वर्षों से श्रावण मास के कांवड़ यात्रा की तैयारी विभागीय अधिकारियों द्वारा की जाती रही है। परन्तु ऐसा पहली बार हुआ कि कांवड़ यात्रा की तैयारी से जुड़े सभी विभागीय अधिकारी मण्डलायुक्त के नेतृत्व में एक बस मे बैठकर क्षेत्र में गये और उन्होंने सभी मार्ग का निरीक्षण किया, मार्ग मे पायी गयी कमियों के बारे में विचार विमर्श करके उसको चार दिन के भीतर दूर करने का निर्णय लिया गया। बस में एक साथ बैठकर जाने का एक लाभ यह भी हुआ कि सभी अधिकारियों ने समस्याओं को स्वयं देखा एवं उसके निराकरण का निर्णय लिया।
निरीक्षण के दौरान सीडीओ डॉ. राजेश कुमार प्रजापति, एडीएम कमलेश चन्द्र, सीएमओ डॉ. आरपी मिश्रा, उप जिलाधिकारी विनोद चंद्र पांडे, गुलाब चन्द्र, अतुल आनंद, शैलेश दुबे, प्रभारी डीपीआरओ संजय शर्मा, एएमए जिला पंचायत विकास मिश्रा, अधिशासी अभियंता विद्युत महेंद्र मिश्र, ज्ञान प्रकाश, पीडब्ल्यूडी के केशवलाल, एआरटीओ पंकज सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी आलोक प्रसाद तथा छावनी थानाध्यक्ष दुर्गेश पांडेय तथा संबधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।