गोरखपुर 6 जुलाई , विश्व शांति मिशन के अध्यक्ष एवं भारत बचाओ संविधान बचाओ आंदोलन के राष्ट्रीय संयोजक अरुण कुमार श्रीवास्तव ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से लुधियाना की घटना पर क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार द्वारा जिस तरह से धार्मिक उन्माद को हवा दी जा रही है उसी का नतीजा है लुधियाना में निहंगों द्वारा शिवसेना नेता के ऊपर तलवार से कातिलाना हमला। ज्ञातव्य है कि आज सुबह शिवसेना नेता संदीप थापर गोरा अपने गनमैन के साथ सिविल अस्पताल में चलने वाले संवेदना ट्रस्ट के प्रधान रविंदर अरोड़ा की पुण्यतिथि समागम में आए थे। वह समागम में भाग लेने के बाद जैसे ही बाहर निकले तो निहंग वेश में आए चार युवकों ने उन पर तेज धारदार हथियार से वार कर दिया। इस दौरान उनका गनमैन साइड में मूक दर्शक बनकर खड़ा रहा और उसने उन्हें बचाने का कोई प्रयास नहीं किया। पता चला है कि घायल हालत में गोरा को लुधियाना सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उनकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। उन्होंने कहा कि इस घटना का एक दिल दहलाने वाला वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसे देखकर यह समझा जा सकता है कि एक निहत्था व्यक्ति पर चार लोग मिलकर हमला कर रहे हैं और अगल-बगल में लोग तमाशा देख रहे हैं यहां तक कि उनके गनमैन ने भी उन्हें बचाने की कोई कोशिश नहीं किया, यह बहुत ही शर्मनाक और हृदय विदारक घटना है। इस तरह की घटनाओं पर अविलंब रोक लगाया जाना चाहिए। इसे प्रदेश और केंद्र सरकार एक दूसरे की जिम्मेदारी बता कर भाग नहीं सकती हैं। ऐसी घटनाओं की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है। जब केंद्र सरकार खुद ही धार्मिक उन्माद को खुलकर बढ़ावा दे रही है तो ऐसी घटनाओं को होने से कोई भी रोक नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि लगता है अब देश में कानून का राज नहीं बल्कि जंगल राज चल रहा है, जनता को ऐसे जंगल राज से सतर्क रहना पड़ेगा क्योंकि इस तरह की घटनाएं कहीं भी घटित हो सकती हैं और जो तमाशबीन बने हैं उनके साथ भी ऐसी घटनाएं घटित हो सकती हैं।
अरुण कुमार श्रीवास्तव ,अध्यक्ष, विश्व शांति मिशन