अंतरराष्ट्रीय श्रेया क्लब के महिला प्रकोष्ठ पटल पर गूगल मीट का खूबसूरत आयोजन हुआ दिनांक 15 जून गुरुवार को समय 5 बजे गौधुली बेला में सबने अपने मनपसंद विषय पर अपनी कविता की प्रस्तुति देकर शाम को सजा दिया। साथ ही सभी नीले रंग के कपड़े पहने जो कार्यक्रम में और भी चार चांद लगा दिए । एकता परिचय दिया ।
मुख्य अतिथि के रूप में डॉ शशि कला अवस्थी जी आमंत्रित थी कार्यक्रम की अध्यक्षता कुमारी चंदा देवी स्वर्णकार ने किया।
सबने अलग अलग विषय पर स्वतंत्र विधा में प्रस्तुति दे कर आनन्दित कर दिया कविता मेंअलग अलग इंद्रधनुष जैसे रंग देखने को मिले। तीन रचनाकारों द्वारा सरस्वती वंदना पटल पर प्रस्तुत किया गया।अंतरराष्ट्रीय श्रेया क्लब की संस्थापक डॉ. अर्चना श्रेया जी की प्रस्तुति शानदार रही,
गंगा जल कहूंगी ना कहूंगी बनारस घाट ..
साक्षात कान्हा हो प्रिये मैं जोहती बाट..
अन्तराष्ट्रीय संयोजक मीता लुनिवाल “मीत” की रचना ‘वाणी है अनमोल’ ने हमे मीठी वाणी बोलने के लिए प्रेरित किया , संचालिका शोभा रानी तिवारी जी का संचालन बेहद ही उत्कृष्ट रहा है, मिताली श्रीवास्तव जी की रचना बहुत सुंदर, किरण पांडे, किरण अरोड़ा ,रश्मि ममगाई मयूरा माणके जी ने नायाब विषय पर रचना रखा।
मुख्य अतिथि डॉ शशिकला अवस्थी जीने सबकी प्रशंसा कर प्रोत्साहित किया ,डॉ आनंदी सिंह रावत जी, सुषमा पटेल , डा. महिमा सिंह जी, संतोष तोषनीवाल जी, डॉ संगीता शर्मा कुंद्रा “गीत” जी,किरण पाण्डेय जी , सुनीता श्रीवास्तव जी,रश्मि ममगाई जी, डॉक्टर पुष्पा जैन जी ,अनिता श्रीवास्तव जी, शोभा सोनीजी,रानी नारंग जी, गीता कुमारी गुस्ताख़ जी
उषा कंसल जी, सपना मेहता जी, ममता तिवारी जी सभी ने खूबसूरत रचना पटल पर रखी। हमारी अध्यक्ष चन्दा देवी की समीक्षा ने तो सबको भाव विभोर कर दिया उन्होंने पहले गीत गाकर की समीक्षा की फिर सुंदर भावपूर्ण शब्दों में समीक्षा किया और एक प्यारा सा रचना सुना समा बांध दिया।
रचनाकार देश के विभिन्न प्रदेश से आमंत्रित थे। सब ने अपनी श्रेष्ठ प्रस्तुति पटल में प्रस्तुत किया।
डॉ अर्चना श्रेया के इस पटल पर पाक्षिक आयोजन किया जाता है जिसमें हर विषय को लिया जाता है। सभी रचनाकारों को आयोजन का इंतजार रहता है कभी परिचर्चा ,कभी गीत संध्या, कभी भजन संध्या और कभी काव्य पाठ का आयोजन किया जाता है।
मुख्य अतिथि और अध्यक्ष महोदय ने आयोजन कर्ता को बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए धन्यवाद किया।
डॉ अर्चना श्रेया द्वारा आभार ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। मीता लुनिवाल और शोभा रानी तिवारी का सहयोग उल्लेखनीय रहा।