अनुराग लक्ष्य, 7 अप्रैल
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी,
मुम्बई संवाददाता।
हमें बचपन से ही अपने बुजुर्गों से यही नसीहत मिलती आई कि अगर जीना है तो खुशबू की तरह अपना जीवन गुजारो, क्योंकि खुशबू का कोई रंग, आकर या कोई निश्चित स्थान नहीं होता, वोह तो जहां भी रहेंगे, सारा वाता वरड सुगंधित रहेगा। इसी बात को चरितार्थ करती हुई वैश्विक हरियाली के लिए भारत में विगत 18 वर्षों से पर्यावरण संरक्षण पर कार्य कर रही बहुचर्चित संस्था ग्लोबल ग्रीन्स ने आठ विभूतियों को किया सम्मानित। उक्त आयोजन आज भास्कर आश्रम पी जी कालेज के सभागार में दोनो पुण्यात्माओं
मनोज श्रीवास्तव एवं डाॅ पंकज श्रीवास्तव के चित्र पर माल्यार्पण
व पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुआ । कार्यक्रम दो सत्रों में “हम चले तेरी राह” के रुप में विभक्त था । पहले सत्र के मुख्य अतिथि थे इ.वि.वि.के अर्थशास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर पी.के.घोष जबकि विशिष्ट अतिथि समाजसेवी हसन नक़वी और अर्थशास्त्र विभाग इ. वि.वि.
की वर्तमान अध्यक्ष प्रोफेसर श्रीमती किरन सिंह एवं प्राचार्या कुल भास्कर आश्रम पी जी काॅलेज प्रोफेसर गीतांजलि मौर्या ने सर्वप्रथम सभी का स्वागत किया ।
तत्पश्चात ग्लोबल ग्रीन्स के महासचिव अवधेश निषाद ने स्मृति शेष मनोज श्रीवास्तव के प्रेरणादायी पर्यावरणीय कार्यों को साझा करते हुए अपनी श्रृद्धांजलि अर्पित की ।
इसी क्रम में ग्लोबल ग्रीन्स पदाधिकारीगण महासचिव विनोद मिश्रा, संयुक्त सचिव आशीष मालवीय, संयुक्त सचिव डाॅ शैलेन्द्र श्रीवास्तव, सांस्कृतिक सचिव नीरज सिंह आदि ने भी अपने अपने उद्बोधन में दोनो भाईयों को श्रद्धांजलि अर्पित की । मुख्य अतिथि प्रोफेसर प्रशांत घोष ने कहा कि मनोज श्रीवास्तव ना केवल मेरे शिष्य
थे बल्कि पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में मेरे आदर्श से अपनी मृत्यु से दो दिन पूर्व 2 अप्रैल 2021 को मेरे विभाग में बिना किसी पूर्व सूचना के आए जबकि जीवन भर वो मुझसे समय लेकर ही मिलने आते थे उस दिन आए और बोले लखनऊ जा रहा हूॅं सोचा मैंने कि आप
से मिलकर ही जाऊं और 05 अप्रैल 2021 को उनके मृत्यु के
समाचार ने हमें झकझोर के रख
दिया ।
मनोज और उनके पर्यावरण संरक्षण की प्रतिबद्धता को कभी भुलाया नहीं जा सकता । अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में अध्यक्ष संजय पुरुषार्थी ने कहा कि मनोज मेरे अनुज मात्र ही नहीं अपितु पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में मेरे गुरु रहे हैं जो दिव्य आत्मा के रूप में परमात्मा में विलीन होकर पल प्रतिपल मेरा मार्गदर्शन करते रहते हैं ।
दूसरे सत्र की मुख्य अतिथि उप महापौर श्रीमती सुनीता दरबारी
रहीं जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में अधिवक्ता व गंगा न्याय मित्र अरुण कुमार गुप्ता, सुप्रसिद्ध गायिका और कनक धारा संस्था के अध्यक्ष स्वाति निरखी व 3D Green City के
डायरेक्टर विनोद मिश्रा थे ।
इस सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किया गया जिसमें नीरज सिंह ने “ना कुछ तेरा ना कुछ मेरा मंदिर है भगवान का… पानी उसका भूमि उसकी सब कुछ उसी महान का” निर्गुण भजन गाकर दूसरे सत्र का शुभारंभ किया । तत्पश्चात लखनऊ घराना और बनारस घराना की कथक नृत्यांगनाओं क्रमशः वर्तिका तिवारी और मिताली वर्मा ने गंगा गीत पर भावपूर्ण कथक नृत्य प्रस्तुत कर समां बांध दिया । गायिका लक्ष्मी श्रीवास्तव पलक और स्वाति निरखी ने भी अपनी गायिकी से
मनोज श्रीवास्तव व डाॅ पंकज श्रीवास्तव को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की ।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथि व
संस्था के अध्यक्ष संजय पुरुषार्थी
ने निम्नलिखित विभूतियों को किया सम्मानित कार्यक्रम का मंच संचालन डा शीतला प्रसाद वर्मा और शरद कुमार मिश्रा ने किया ।
इसी क्रम में सम्मान समारोह के अंतर्गत मनोज श्रीवस्ताए स्मृति सम्मान 2024 का गंगावाड़ी रत्न सम्मान सुप्रसिद्ध गायक श्री मनोज गुप्ता को, और ग्लोबल ग्रीस नदी मित्र सम्मान रीवर मैन श्री बिरजेंद्र प्रताप सिंह को, साथ ही ग्लोबल ग्रींस शिक्षा विद रत्न सम्मान प्रोफेसर श्रीमती सीमा सिंह, कुलदीप उत्तर प्रदेश राजश्री टंडन मुक्त विश्वविद्यालय को दिया गया।
इसी क्रम में मनोज श्रीवस्तव एवं डॉक्टर पंकज श्रीवस्तव संयुक्त सम्मान दो हज़ार चौबीस ग्लोबल ग्रींस हिन्दी साहित्य सम्मान शायर, गीतकार सुरेंद्र शास्त्री गोरखपुरी को , डॉक्टर पंकज श्रीवास्तव स्मृति सम्मान युगल दंपत्ति श्री संजीव त्रिपाठी एवम श्री मति अर्चना त्रिपाठी को, ग्लोबल ग्रींस जलीय जीव रत्न सम्मान बसवार प्रयाग राज श्री चंद्र कुमार निषाद चंदू को, ग्लोबल ग्रींस पर्यावरण संरक्षण नवोदित रत्न सम्मान श्री विभूति नारायण पांडे एवं शुभांशि शोधार्थी, शिक्षा शास्त्र को दिया गया।