अनुराग लक्ष्य , 6 फरवरी
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी,
मुम्बई संवाददाता ।
फिल्में और फिल्मों का सौंदर्य के साथ फिल्मों का कारोबार अब सबसे बड़ी बात बन चुकी हैं। फिल्में अब बिज़नेस को ध्यान में रखकर ही बनाई जा रही हैं। 2023 में जितनी भी फिल्में बनीं सब इसी उद्देश्य को लेकर ही बनीं। जिसमें निर्माता और निर्देशक बहुत हद तक सफल भी रहें। पठान, जवान जेलर लिओ पुष्पा गदर टू और सलार इसका जीता जागता परमाड़ हैं।
अब सलार ने जिस तरह अपनी कामयाबी का परचम लहराया और दर्शकों ने जिस तरह हाथो हाथ लिया, इससे निर्माता निर्देशक के हौसले बुलंद हैं। निर्देशक वाँगा ने अपनी सारी फिल्मों को ब्रेक लगा कर सलार पर काम शुरू कर दिया है जिसके नतीजा यह निकला कि दर्शक 2025 के अंत तक सिनेमाघरों में देख सकते हैं।