क्यों बढ़ रही हैं आत्महत्या की घटनाएं

 

देश के अंदर लगातार आत्महत्या की घटनाएं बढ़ रही है जीवन कितना महत्वपूर्ण है इसके लिए लोगों को बताना होगा कि जिससे लोग जीवन की महत्ता को समझ सकें और गलत क़दम न उठाएं आत्महत्या कोई एक चरम तनाव और असहाय अवस्था में लिया गया एक दर्दनाक कदम भर नहीं है बल्कि यह एक चरणबद्ध प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति तनाव और दुख के बढ़ते चरणों से गुजरता है और यह चरणबद्ध रूप से ही विभिन्न लक्षणों में दिखता जाता है और इसीलिए निवारण भी उन्हीं विभिन्न चरणों में होना आवश्यक है!सबसे चिंताजनक स्थिति निजी आत्मबल आशा और आत्मविश्वास का खत्म होना है! इसके बाद किसी नजदीकी मित्र और परिवारजन के सहारे का न मिलना भी एक बड़ा कारण है जो उन्हें वक्त संभाल पाते!इसके निवारण के लिए सर्वप्रथम जीवन के महत्त्व का मूल्यबोध और मजबूत आत्मबल जरूरी है ताकि पीड़ित व्यक्ति परिस्थितियों से पहले लड़ना सीख पाए!कम से कम चार-छह ऐसे मित्र या परिवारजन जो हमारे छोटे-से-छोटे भावों को तुरंत समझ लेते हों उन्हें संपर्क में रहना चाहिए! फिर समाज की सहयोगी भूमिका और सरकार और संगठनों की विभिन्न संबंधित नीतिगत पहलों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने की जरूरत है!

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