करोड़ों की ठगी करने वाले संगठित गैंग के खिलाफ बड़ी कार्रवाई

Lucknow

पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ के गोमतीनगर थाना क्षेत्र में जनता के साथ करोड़ों रुपये की ठगी, धोखाधड़ी, जालसाजी, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी जैसे गंभीर अपराधों को अंजाम देने वाले एक संगठित अपराधी गिरोह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है। पुलिस ने इस मामले में गैंग लीडर समेत चार सदस्यों के विरुद्ध उत्तर प्रदेश गिरोहबंद और समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम (गैंगस्टर एक्ट) के तहत मुकदमा दर्ज कर गैंग चार्ट भी तैयार किया है।मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि दिनांक 26 अप्रैल 2025 को गोमतीनगर थाना क्षेत्र में ठगी, धोखाधड़ी और जालसाजी के कई मामलों को गंभीरता से लेते हुए प्रभारी निरीक्षक द्वारा संगठित अपराधी गिरोह के खिलाफ मु0अ0सं0 175/2025 धारा 3(1) गिरोहबंद अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया।जांच में सामने आया कि गैंग लीडर राकेश शर्मा उर्फ राकेश कुमार शर्मा अपने साथियों के साथ मिलकर एक संगठित गिरोह का संचालन कर रहा था। यह गिरोह जनपदीय स्तर पर सक्रिय रहकर अलग-अलग टुकड़ियों में काम करता था। पीड़ितों को विश्वास में लेकर उनके साथ छल-कपट, धोखाधड़ी और जालसाजी की घटनाओं को अंजाम देकर भारी धनराशि हड़पी जाती थी। इसके अतिरिक्त, पीड़ितों को गाली-गलौज करना और जान से मारने की धमकी देना भी इनके आपराधिक तरीकों का हिस्सा था।पुलिस के अनुसार, गिरोह के सदस्य लगातार स्थान बदल-बदल कर अपनी गतिविधियों को अंजाम देते रहे हैं, जिससे जनता में भय और असुरक्षा का माहौल बना। गिरोह का स्वतंत्र रूप से संचालित होना समाज और जनहित के लिए अत्यंत घातक माना गया, जिसके चलते इनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई आवश्यक समझी गई।गिरोह में गैंग लीडर राकेश शर्मा के साथ उसकी पत्नी शकुंतला शर्मा, पिन्टू शर्मा और सचिन चौहान सक्रिय सदस्य के रूप में शामिल हैं। चारों के खिलाफ पहले से कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। राकेश शर्मा के खिलाफ वजीरगंज, हजरतगंज और गोमतीनगर थानों में गंभीर धाराओं में कुल सात मामले दर्ज हैं, जिनमें ठगी, धोखाधड़ी, मारपीट और धमकी के आरोप शामिल हैं। सचिन चौहान, शकुंतला शर्मा और पिन्टू शर्मा के खिलाफ भी गोमतीनगर थाने में कई मुकदमे दर्ज हैं, जिनकी विवेचना और चार्जशीट फाइल की जा चुकी है।पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ ने स्पष्ट किया कि इस प्रकार के संगठित अपराधों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। मामले की जांच और गैंग के अन्य सदस्यों की पहचान के लिए पुलिस की टीमें लगातार काम कर रही हैं।इस कार्रवाई में थाना गोमतीनगर प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में उपनिरीक्षक जसीम रजा, उपनिरीक्षक गुरप्रीत कौर, उपनिरीक्षक मारूफ आलम और कांस्टेबल आकाश यादव ने प्रमुख भूमिका निभाई। पुलिस ने यह भी बताया कि गैंग के आर्थिक लेनदेन, संपत्ति और नेटवर्क की भी गहन जांच की जा रही है, जिससे गिरोह की आर्थिक जड़ें पूरी तरह से समाप्त की जा सकें।