मानवी सिंह ने पौधारोपण कर दिया पर्यावरण रक्षा का संदेश 

बस्ती – वृक्षणाम चेतनत्वं 🙏वृक्षों में चेतनता होती है और इनसे सहानुभूति पूर्ण व्यवहार करना चाहिए ये सुंदर बातें महाभारत में उस समय कही गई जब महर्षि भृगु तथा महर्षि भारद्वाज के मध्य संवाद होता है विचारणीय है की जब सहस्त्रों वर्ष पूर्व प्रकृति के प्रति इतनी संवेदनशीलता थी वह आज क्यों नही हमारे प्राचीन ग्रंथों में एक वृक्ष को 10 पुत्र के सामान कहा गया है इसका तात्पर्य यह है की वर्तमान काल की अपेक्षा प्राचीन काल में अर्थात पौराणिक काल में वृक्षों की महिमा का ज्ञान सभी को था उनकी उपयोगिता उनका लाभ प्राप्त करने के लिए उन्हें हर हाल में संरक्षित किया गया उनकी आराधना की गई महर्षि भृगु तथा भारद्वाज का संवाद पढ़कर ज्ञान होता है कि वृक्षों की महिमा अनंत है और महाभारत काल में यह माना गया कि वृक्ष भी पांच भूतों से मिलकर बने हैं उन पंच भूतों के कारण ही यह माना जाता है कि इनमें भी संवेदनशीलता है प्राण है विकास करने की क्षमता है और यह भी हमारी तरह महसूस करने की शक्ति रखते है आता है इनसे सहानुभूति पूर्ण व्यवहार किया जाना चाहिए आइए मिलकर संकल्प लें की वृक्षों को बचाएंगे धरती को हरा-भरा बनाएंगे

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