छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित क्षेत्रीय सम्मेलन को डीएम मोनिका रानी ने किया सम्बोधित 

वूमेन लीडरशिप इन डिस्ट्रिक्ट एडमिस्ट्रेशन विषय पर प्रस्तुत किया व्याख्यान

बहराइच 21 नवम्बर। कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय, प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग, भारत सरकार तथा छत्तीसगढ राज्य सरकार ़के संयुक्त तत्वावधान में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में गुड गवर्नेन्स थीम पर आयोजित 02 दिवसीय क्षेत्रीय सम्मेलन में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी, फारेस्ट एण्ड फूड, छत्तीसगढ़ श्रीमती ऋचा शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित वूमेन लीडरशित इन डिस्ट्रिक्ट एडमिस्ट्रेशन सेशन के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी द्वारा वूमेन लीडरशिप इन डिस्ट्रिक्ट एडमिस्ट्रेशन विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया।

क्षेत्रीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने आकांक्षात्मक जनपद बहराइच को पिंक सिटी की संज्ञा देते हुए प्रशासनिक ढांचे की जानकारी देते हुए बताया कि जिस जनपद बहराइच से वह आयी हैं वहां की वह स्वयं जिलाधिकारी है तथा पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत अध्यक्ष, एम.एल.सी., विधायक सदर, विधायक बलहा, नगर पालिका परिषद बहराइच की अध्यक्ष, नगर मजिस्ट्रेट, अधिशासी अधिकारी के साथ-साथ कई अन्य महत्वूपर्ण पदों पर महिलाएं विराजमान हैं, और अपने पदेन उत्तरदायित्वों को बखूबी अंजाम दे रही हैं।

डीएम मोनिका रानी ने अभिनव पहल के रूप में जनपद में संचालित किये गये सेवा से संतृप्तिकरण अभियान की सफलता का ज़िक्र करते हुए अभियान के दौरान सोशल वेलफेयर, कृषि, पोषण एवं स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्राम्य विकास, कौशल विकास, विद्युत, पेयजल, सिंचाई इत्यादि के क्षेत्र में अर्जित की गई उपलब्धियों का विवरण प्रस्तुत किया।

जिलाधिकारी ने आकांक्षात्मक जनपद की भौगोलिक परिस्थिति, दर्शनीय एवं पर्यटन स्थलों तथा नीति आयोग द्वारा निर्धारित सूचकांकों शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, वित्तीय समायोजन, कौशल विकास, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं कृषि सेक्टर में अर्जित की गई उपलब्धियों के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि नीति आयोग की ओर से अब तक जनपद को 14 करोड़ रूपये की धनराशि इनसेंटिव के रूप में प्राप्त हो चुका है।

महिला स्वावलम्बन तथा नारी सशक्तिकरण पर प्रकाश डालते हुए डीएम मोनिका रानी ने बताया कि 02 अक्टूबर 2023 को गांधी जयन्ती के अवसर महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत स्वः रोज़गार कार्यक्रम (एस.ई.पी.आई.) अन्तर्गत चयनित तलाकशुदा निराश्रित 05 महिलाओं बिट्टा, सायरा, मेघा, शिव कुमारी व आरती को बैंकों से ऋण दिलाकर स्वावलम्बी बनाने के लिए उन्हें पिंक रिक्शा उपलब्ध कराकर अभिनव पहल की गई थी। उन्हीं महिलाओं में पिंक रिक्शा चालक आरती को 22 मई 2024 को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर लंदन में आयोजित कार्यक्रम में प्रिंस ट्रस्ट के द्वारा यू.के. रॉयल अवार्ड से नवाज़ा गया है। जिससे जिले की महिलाओं में स्वावलम्बन की प्रेरणा बलवती हुई है।