श्रीनगर 16 जुलाई । पिछले 36 घंटों में पांच अमरनाथ यात्रियों की मौत हो गई, इससे इस साल की वार्षिक तीर्थयात्रा के दौरान मरने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 24 हो गई है। अधिकारियों ने कहा कि इनमें से अधिकतर मौतें अधिक ऊंचाई पर होने वाली बीमारी के कारण हुईं, जिसके चलते ऑक्सीजन की कमी हुई और उसके बाद हृदय गति रुक गई।
अधिकारियों ने कहा, पांच मौतों में से चार पहलगाम मार्ग पर हुईं जबकि एक बालटाल मार्ग पर हुई। पीडि़तों में एक आईटीबीपी अधिकारी भी शामिल है, जिसकी ड्यूटी के दौरान मौत हो गई। पीडि़त उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा और गुजरात से थे। विशेषज्ञों ने कहा है कि ऊंचाई पर स्थित स्थानों में ऑक्सीजन की कम सांद्रता के साथ दुर्लभ हवा होती है। इसके साथ ही थकावट और अस्वस्थ फेफड़े अक्सर मृत्यु का कारण बनते हैं।
अमरनाथ गुफा मंदिर समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित है। इन कारणों से, अधिकारियों ने यात्रियों के लिए स्थापित मुफ्त रसोई (लंगर) में सभी जंक फूड पर प्रतिबंध लगा दिया है। परांठे, पूड़ी, मिठाई और कोल्ड ड्रिंक समेत सभी हलवाई आइटम पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यात्रा के आधार और पारगमन शिविरों के अंदर और आसपास सिगरेट की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस साल की 62 दिवसीय लंबी यात्रा 1 जुलाई को शुरू हुई, 31 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा उत्सव के साथ समाप्त होगी।