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काशी काव्य गंगा साहित्यिक मंच वाराणसी की साप्ताहिक 123 वीं गोष्ठी जो भुलक्कड़ बनारसी के अवतरण दिवस के रूप में रविवार को उनके निवास स्थान चन्दुआ छित्तुपुरा वाराणसी में मनाया गया ।
इस गोष्ठी की अध्यक्षता कंचन सिंह परिहार और विशिष्ट अतिथि जकप के प्रदेश अध्यक्ष श्री गंगा सहाय पाण्डेय संचालन संस्था के महासचिव गजलकार गोपाल केशरी ने किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में संस्था के अध्यक्ष हास्य व्यंग्य कवि भुलक्कड़ बनारसी ने सभी उपस्थित कवियों व शायरों का स्वागत एवं अभिनन्दन किया, तदोपरांत सरस्वती बंदना सिद्धनाथ शर्मा सिद्ध ने कर कार्यक्रम की शुरुआत किया।
उपस्थित कवियों और शायरों में हास्य व्यंग्य कवि भुलक्कड़ बनारसी, कंचन सिंह परिहार, डा. शरद श्रीवास्तव, सन्तोष कुमार प्रीत, जयप्रकाश मिश्र धानापुरी, आशिक बनारसी,खलील अहमद राही, सिद्धनाथ शर्मा,अवधेश प्रसाद मिश्र मधुप, विजय चंन्द्र त्रिपाठी, दिनेश दत्त पाठक, डा. छोटे लाल मनमीत, गजलकार गोपाल केशरी, शैलेंद्र कुमार अमबष्ट, विजय आनंद, विनय कुमार श्रीवास्तव, डा. नेमा यादव, डा. विनोद स्वामी, श्री नरोत्तम शिल्पी, गोपाल केशरी, ,मुनींद्र पाण्डेय मुन्ना, मनीन्द्र श्रीवास्तव फुर्तीला,पत्रकार सुनील कुमार जायसवाल, रामनारायण पाण्डेय, आनन्द कृष्ण श्रीवास्तव मासूम, डा. विनोद स्वामी, गणेश कुमार सिंह प्रहरी,सत्यनारायण जी, व किशन यादव इत्यादि रहे।
भुलक्कड़ बनारसी का 65 वां जन्मदिन केक काटकर धूमधाम से मनाया गया। भोजनोपरांत के बाद
संस्था के साहित्य महासचिव गोपाल केशरी ने धन्यवाद ज्ञापित किया उसके उपरांत संस्था के संरक्षक आदरणीय दीपक दबंग के माता जी देहांत पर दो मिनट का मौन रहकर मृत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित किया गया उसके उपरांत गोष्ठी स्थगित किया गया।
भुलक्कड़ बनारसी अध्यक्ष,
काशी काव्य गंगा साहित्यिक मंच, (पंजीकृत) वाराणसी,