रवि प्रकाश पाण्डेय संवाददाता
सिद्धार्थनगर ।विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान तथा संचारी रोगो एवं दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण एवं क्षय रोग के संबध में जिलाधिकारी पवन अग्रवाल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने संबंधित समस्त विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप द्वितीय चरण संचारी रोग नियंत्रण अभियान दिनांक 01 से 31 जुलाई 2024 तथा दस्तक अभियान दिनांक 11 से 31 जुलाई 2024 तक आयोजित किया जाये। दिमागी बुखार,एवं अन्य संक्रामक रोगो के संबध में व्यापक जन-जागरूकता हेतु दिनांक 11 जुलाई से 31 जुलाई 2024 के मध्य दस्तक अभियान आयोजित किया जा रहा है। जिसमें प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर इन बीमारियों के बचाव तथा उपचार के संबध में लोगो को जानकारी देगें। जिलाधिकारी ने अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रतिरक्षण को निर्देश दिया कि आशा कार्यकत्री जागरूकता संबधी स्टीकर अवश्य चस्पा करे। इसके साथ ही सभी संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि सभी विभाग इस अभियान के सफल बनाने में अपना सहयोग करेगे। संबधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह संचारी रोग नियंत्रण अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें। दस्तक अभियान तथा संचारी अभियान में आंगनवाड़ी की पूर्ण भागीदारी सुनिश्चित की जाए। जिलाधिकारी ने समस्त अधिशासी अधिकारी नगर पालिका/नगर पंचायत को निर्देश दिया कि नगरीय क्षेत्रों में अभियान चलाकर सफाई कराये तथा ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई कराने हेतु जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया गया। जल जमाव न होने पाये। शौचालय का उपयोग करने हेतु लोगो को जागरूक करे। नालियों में दवाओें का छिड़काव कराने का निर्देश दिया। इस अभियान को प्रभावी रूप से भूमिका निभाने के लिए आशा, आॅगनबाड़ी एवं ए0एन0एम0, स्कूली शिक्षक एवं प्रधान की अहम भूमिका है। उन्होने बताया कि इस अभियान के अन्तर्गत बुखार के रोगियों को निकटवर्ती सरकारी अस्पताल में त्वरित एवं सही उपचार कराये जाने के लिए विशेष बल दिये जाने की आवश्यक्ता है। गांवो में आशा, आॅगनबाड़ी द्वारा बुखार, टी0वी0 रोगियों तथा अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित भी किया जायेगा। घरो पर स्टीकर चस्पा कर लागों को जागरूक भी किया जायेगा। विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान में स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग, पशुपालन विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, कृषि विभाग, सिंचाई विभाग, सूचना विभाग, दिव्यांगजन विभाग आदि विभाग के अधिकारियों को इस कार्यक्रम से मुख्य रूप से जोड़ा गया है। सभी अधिकारी गण संचालित होने वाले अभियान में अपने-अपने विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करते हुए जनपद वासियों को मच्छर जनित बीमारियों से सुरक्षित बनाने की विशेष कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि नगर पालिका, नगर पंचायत एवं ग्राम पंचायत विभाग के द्वारा इस दौरान विशेष स्वच्छता अभियान संचालित करते हुए गली-गली एवं मौहल्लों में नालियों की विशेष सफाई पर फोकस किया जाए तथा जल भराव पर अंकुश लगाते हुए निरंतर स्तर पर फागिंग एवं एंटी लारवा का छिड़काव ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में सुनिश्चित किया जाए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक स्कूलों के लिए ओआरएस के पैकेट अवश्य पहुंचवाएं जिससे उनका वितरण हो स्वच्छता के प्रति स्कूलों में बच्चों को जागरूक किया जाए ।
इस अभियान के अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग के प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ता दस्तक अभियान में घर-घर जाकर बीमारियों से बचाव, उपचार तथा सन्दर्भन के संबध में विभिन्न जानकारी देंगे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए बताया कि दस्तक एक व्यापक सामाजिक एवं व्यवहार परिवर्तन संचार रणनीति है जो लोगों को बचाव और सही समय पर उपचार के संदेश पहुॅचाकर लोगों को दिमागी बुखार की समस्या से बचने के लिए प्रेरित करेंगे। उन्होंने बताया कि दस्तक का शाब्दिक अर्थ है दरवाजा खटखटाना इस अभियान के जरिए दिमागी बुखार का संदेश हर एक घर और परिवार तक पहुॅचाने का हमारा लक्ष्य है। इस अभियान को प्रभावी रूप से भूमिका निभाने के लिए आशा, आॅगनबाड़ी एवं ए0एन0एम0, स्कूली शिक्षक एवं प्रधान की अहम भूमिका है। उन्होने बताया कि इस अभियान के अन्तर्गत बुखार के रोगियों को निकटवर्ती सरकारी अस्पताल में त्वरित एवं सही उपचार कराये जाने के लिए विशेष बल दिये जाने की आवश्यक्ता है।
इस बैठक में उपरोक्त के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 डी0के0चैधरी, प्राचार्य मेडिकल कालेज, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 ए.के.झा, पी0डी0 नागेन्द्र मोहन राम त्रिपाठी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत/नगर पालिका, खण्ड विकास अधिकारी व तथा अन्य संबधित अधिकारी उपस्थित थे।