अयोध्या। कांची कामकोटि पीठ शाखा में माता कामाक्षी को साक्षी मानकर 51वें शंकराचार्य पूज्य श्री जैनेंद्र सरस्वती जी का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह भव्य महोत्सव 10 अगस्त से पीठाधीश्वर रामचंद्र कांची और 17वें पीठाधिपति पूज्य श्री शंकर विजेंद्र सरस्वती जी के सानिध्य में प्रारंभ हुआ।
जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित वेद सम्मेलन में 100 विद्वान वैदिक ब्राह्मणों ने शुक्ल यजुर्वेद, शाम वेद तथा सुंदरकांड का पारायण किया। कार्यक्रम में अग्नि उपासना, शास्त्रीय संगीत, और सात से आठ दिव्य आयोजनों का सिलसिला जारी है। इसके साथ ही शंकर आई फाउंडेशन द्वारा नेत्र चिकित्सा शिविर भी आयोजित होगा, जिसमें श्रद्धालुओं की आंखों की जांच और उपचार किया जाएगा।
महोत्सव के अंतर्गत विशाल भंडारे का भी आयोजन होगा, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करेंगे। पूरे आयोजन में श्रद्धा, भक्ति और वैदिक संस्कृति की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है।