रावत मंदिर में स्वर्गीय महंत रामदास जी की 15वीं पुण्यतिथि श्रद्धापूर्वक मनाई गई

 

महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या । रामनगरी अयोध्या के प्रसिद्ध रावत मंदिर में रविवार को स्वर्गीय महंत रामदास जी ‘रामायणी मानस कोकिल’ की 15वीं पुण्यतिथि बड़े हर्ष और श्रद्धा के साथ मनाई गई। इस अवसर पर मंदिर परिसर में विविध धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यक्रमों का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। मंदिर के वर्तमान महंत राम मिलन दास जी ने इस अवसर पर जानकारी देते हुए बताया कि स्वर्गीय महंत रामदास जी की पुण्यतिथि प्रतिवर्ष विशेष रूप से मनाई जाती है। इस वर्ष भी मंदिर में रामायण पाठ, मधुर भजन-कीर्तन और एक विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण यह रहा कि अयोध्या के विभिन्न प्रतिष्ठित मठों, मंदिरों और अखाड़ों से पधारे साधु-संतों और महंतों ने इस पुण्यतिथि के अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर स्वर्गीय महंत जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मंदिर समिति द्वारा सभी आगंतुकों का ससम्मान स्वागत किया गया। स्वर्गीय रामदास जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए विभिन्न वक्ताओं ने उनके प्रेरणादायक व्यक्तित्व, रामकथा के प्रति उनके अटूट प्रेम और उनकी निस्वार्थ समाजसेवा की भावना को याद किया। रामायण के एक असाधारण व्याख्याकार के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले महंत जी को उनके अनुयायी और श्रद्धालु प्यार से ‘रामायणी मानस कोकिल’ कहकर संबोधित करते थे।
इस अवसर पर आयोजित विशाल भंडारे में श्रद्धालुओं ने पंक्तिबद्ध होकर प्रसाद ग्रहण किया। पूरे आयोजन के दौरान मंदिर परिसर में श्रद्धा, भक्ति और सेवा का अद्भुत वातावरण बना रहा, जो सभी को गहराई तक स्पर्श कर गया।
कार्यक्रम के समापन पर महंत राम मिलन दास जी ने सभी पधारे हुए साधु-संतों, श्रद्धालुओं और निस्वार्थ भाव से सेवा करने वाले सभी व्यक्तियों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।