प्रभु श्रीराम का जीवन मानव कल्याण के लिए रहा समर्पित – श्री धराचार्य जी महाराज

 

अयोध्या 25अगस्त  तुलसी जयंती के पावन उपलक्ष में प्रसिद्ध गुरुकुलम महुवा गुजरात में भारत के विशिष्ट संत अंतरराष्ट्रीय श्री राम कथा वक्ता पूज्य मुरारी बापू जी द्वारा प्रसिद्ध पीठ अशर्फी भवन पी ठाधीश्वर जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री श्री धराचार्य जी महाराज श्री को विद्वता सच्चरित्रता साधुता आध्यात्मिक क्षेत्र में विशिष्ट कार्य के लिए श्रीमद् वाल्मीकि अवार्ड से पुरस्कृत किया राम कथा ज्ञान महायज्ञ के अष्टम दिवस में व्यास पीठ पर विराजित अनंत श्री विभूषित जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री धराचार्य जी महाराज ने श्रीराम कथा का श्रवण कराते हुए कहां 100 करोड़ रामायण में भगवान श्री राम जी के जीवन चरित्र का वर्णन किया गया है मर्यादा पुरुषोत्तम राम के जीवन आदर्शों को अपने जीवन में उतार लेने पर जन्म-जन्मांतर के पाप कर्म नष्ट हो जाते हैं अनेकों जन्मों से भगवान के दर्शन हेतु तपस्या कर रहे ऋषि-मुनियों को प्रभु वन में दर्शन देते हैं पक्षीराज जटायु अपने अंतिम सांस तक रावण से मां सीता की रक्षा करने हेतु युद्ध करते हैं घायल अवस्था में लहूलुहान जटायु जी को प्रभु अपनी गोद में लेकर सुख प्रदान करते हैं विधि विधान से जटायु जी का अंतिम संस्कार प्रभु करते हैं मां सीता की खोज करते हुए प्रभु पंपा सरोवर के समीप किसकिंधा पुरी में शबरी के आश्रम में प्रभु पधारते हैं साबर जाति में जन्म ली शबरी अपने गुरु मतंग ऋषि के द्वारा भक्ति का ज्ञान प्राप्त करके प्रभु के आगमन की प्रतीक्षा कर रही थी भगवान श्री राम शबरी के आश्रम में दर्शन देने जाते हैं प्रभु के दर्शन पाकर शबरी भावुकता वस प्रभु को झूठे फल खिलाती है प्रभु भक्तों की भावना में डूबकर अपने भक्तों के द्वारा दिया हुआ प्रसाद ग्रहण कर लेते हैं यही प्रभु की अनंतता है मां सीता की खोज करते हुए प्रभु आगे बढ़ते हैं प्रभु भक्त हनुमान अपने आराध्य प्रभु का दर्शन पाकर प्रसन्न हो जाते हैं अपने कंधे पर राम लखन को बिठाकर हनुमान जी ले जाते हैं सुग्रीव से प्रभु श्री राम मित्रता करते हैं बाली की यातनाओं से त्रस्त सुग्रीव को प्रभु अपनी शरण में लेते हैं राक्षस रूपी बाली का प्रभु वध करते हैं वर्षा ऋतु के आने पर प्रभु मां सीता की याद में रुदन करते हैं सुग्रीव अपनी संपूर्ण सेना को बुलाकर मां सीता की खोज के लिए भेजते हैं सभी वानर समुद्र के किनारे आए वानरो में सर्वश्रेष्ठ हनुमान जी को जामवंत जी स्व शक्ति का स्मरण कराते हैं प्रभु श्री राम का नाम स्मरण करते हुए हनुमान जी छलांग लगाकर समुद्र को पार करने लगते हैं मार्ग में अनेकों परीक्षाएं देते हुए हनुमान जी लंका में पहुंचते हैं सभी ज्ञानियों में श्रेष्ठ हनुमंत लाल लंका नगरी मैं प्रवेश करते हैं राम जी के जीवन चरित्रों का का श्रवण करके श्री खंडेलवाल वैश्य निष्काम सेवा समिति के सभी भक्तजन आनंदित हो रहे हैं कल कथा का विश्राम दिवस है भगवत रसिक भक्तजन कथा में पधार कर अपने जीवन को धन्य करें ।

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