महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या। 30 हजार स्वयंसेवकों के कुशल प्रबंधन से दीपोत्सव में तोड़ेंगे पिछला विश्व रिकार्ड । कुलपति ने दीपोत्सव की तैयारियों को लेकर संयोजकों व अधिकारियों के साथ बैठक की अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल ने दीपोत्सव की तैयारियों को लेकर संयोजकों, सह-संयोजकों एवं अधिकारियों के साथ बैठक की। गुरूवार को विवि के कौटिल्य प्रशासनिक सभागार में रामनगरी के दीपोत्सव को भव्य बनान के लिए समस्त से वृहद चर्चा की। बैठक में कुलपति प्रो0 गोयल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल मार्ग-दर्शन में प्रभू श्रीराम के दीपोत्सव को एतिहासिक बनायेंगे। इस पावन धरा पर हम सभी सौभाग्यशाली हैं कि हम सभी इसके साक्षी बनते है। वहीं पूरे विश्व की निगाह अयोध्या पर रहती है। जहां लाखों दीए जलते है। कुलपति ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद का पहला दीपोत्सव है। वहीं विश्वविद्यालय का आठवां दीपोत्सव है। विश्वविद्यालय ने इसकी शुरूआत की थी आज सातवीं बार सभी के सहयोग से विश्व रिकार्ड बनाने जा रहा है। बैठक में कुलपति प्रो0 गोयल ने कहा कि हम सभी के समक्ष लक्ष्य बड़ा है। जिला प्रशासन के समन्वय से छोटी दीपावली पर अयोध्या के 55 घाटों पर 25 लाख से अधिक दीए प्रज्ज्वलित करके विश्व कीर्तिमान बनायेंगे। कुलपति ने बताया कि दीपोत्सव को अलौकिक बनाने के लिए 22 समितियां बना दी गई। सभी समिति एक दूसरे से सामंजस्य बनाते हुए पिछला रिकार्ड तोड़ते हुए गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करेंगीे। इसके साथ ही कुलपति ने सदस्यों से अन्य विन्दुओं पर भी चर्चा की।बैठक में विवि दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो0 संत शरण मिश्र ने बताया कि 30 अक्टूबर के दीपोत्सव में राम की पैड़ी पर 25 लाख दीए जलाने के लिए 28 लाख दीए बिछाये जायेंगे। जिसके लिए विश्वविद्यालय के आवासीय परिसर, सम्बद्ध महाविद्यालयों एवं इण्टर कालेजों के प्राचार्यो से घाट समन्वयक एवं स्वयंसेवकों की सूची पंजीकरण के लिए 15 अक्टूबर तक समय निर्धारित किया गया है। घाटवार दीपो की मैपिंग का कार्य 12 अक्टूबर तक कर लिया जायेगा। 25 से घाटों पर दीए लगाने का कार्य शुरू कर दिया जायेगा। 29 अक्टूबर को घाटों पर लगे दीए की गणना होगी। 30 अक्टूबर को घाटो पर लगे दीयो में बाती, तेल डालना व प्रज्ज्वलित किया जायेगा। कुलसचिव डाॅ0 अंजनी कुमार मिश्र, परीक्षा नियंत्रक उमानाथ, प्रो0 चयन कुमार मिश्र, प्रो0 आशुतोष सिन्हा, प्रो0 एसके रायजादा, प्रो0 फर्रूख जमाल, प्रो0 सिद्धार्थ शुक्ला, प्रो0 के0के0 वर्मा, प्रो0 गंगाराम मिश्र, प्रो0 शैलेन्द्र कुमार, प्रो0 विनोद श्रीवास्तव, प्रो0 अनूप कुमार, उप कुलसचिव दिनेश कुमार मौर्य, डाॅ0 संजय चैधरी, डाॅ0 रंजन सिंह, डाॅ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी, डाॅ0 त्रिलोकी यादव, इंजीनियर अंकित श्रीवास्तव, आशीष मिश्रा, निजी सचिव राजीव त्रिपाठी सहित अन्य मौजूद रहे।