अयोध्या, लखनऊ उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग, श्रद्धालुओं और पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अयोध्या में छह प्रमुख प्रवेश द्वारों पर अत्याधुनिक गेट कॉम्प्लेक्स तैयार कर रहा है। इन गेट कॉम्प्लेक्स में यात्री निवास, स्टार रेटेड और बजट होटल, पर्यटन सूचना केंद्र, कला और शिल्प दीर्घाएं, शॉपिंग एरिया, कैफेटेरिया और अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इन गेट कॉम्प्लेक्स का निर्माण सार्वजनिक-निजी साझेदारी (PPP) मॉडल पर किया जाएगा, जिसकी कुल लागत 125.69 करोड़ रुपये अनुमानित है।प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने जानकारी दी कि अयोध्या के पर्यटन ढांचे को आधुनिक रूप देने के लिए यह परियोजना शुरू की जा रही है। भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या, राम मंदिर के निर्माण के बाद एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थल बनकर उभरी है और अब इसे वैश्विक स्तर पर एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।मंत्री ने बताया कि ये गेट द्वार प्रमुख शहर मार्गों पर बनाए जाएंगे— श्रीराम द्वार (लखनऊ रोड), लक्ष्मण द्वार (गोंडा रोड), भरत द्वार (सुल्तानपुर रोड), हनुमान द्वार (गोरखपुर रोड), जटायु द्वार (अम्बेडकर नगर रोड), और गरुड़ द्वार (रायबरेली रोड)।परियोजना के तहत, गेट कॉम्प्लेक्स में बुनियादी सुविधाओं जैसे सड़कें, जल आपूर्ति, बिजली, समर्पित पावर स्टेशन, जल शोधन संयंत्र और सुरक्षा प्रणाली भी सुनिश्चित की जाएगी। पर्यटन मंत्रालय का लक्ष्य अयोध्या को विश्व स्तर पर एक आधुनिक धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल के रूप में स्थापित करना है, जिससे न केवल धार्मिक आस्था, बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर भी वैश्विक मंच पर पहुंचे।